गणेश महोत्सव का हुआ आगाज, घरों व पंडालों में विराजमान हुए गणपति बप्पा।

उत्तराखंड हल्द्वानी

गणपति बप्पा मोरिया के जयकारों के साथ गणेश चतुर्थी के दिन प्रथम पूज्य श्री गजानन घर-घर व जगह-जगह पंडालों में विराजमान हो चुके हैं। हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले भगवान श्री गणपति की पूजा-अर्चना की जाती है।

 

कहते है भगवान श्री गणेश का जन्म गणेश चतुर्थी के दिन हुआ था। इनकी पूजा अर्चना करने से सभी विघ्न-बाधाएं दूर होती हैं। इसी करण इन्हें विघ्नहर्ता भी कहते है।

यह उत्सव 10 दिनों तक चलता है। इन दिनों में भक्तों द्वारा भगवान श्री गणेश की सेवा की जाती है 28 सितंबर को अनंत चतुर्दशी को इसका समापन होगा। गणेश चतुर्थी के दिन घरों व पंडालों में गणपति बप्पा की प्रतिमा स्थापित की जाती है और विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाती है।