कोरोना संक्रमण से असमय जिनकी  की मृत्यु हो गई थी उनकी आत्मा की शांति के लिए कांग्रेसियों ने गंगा तट पर महाराजा अग्रसेन घाट पर शान्ति यज्ञ किया।

उत्तराखंड हरिद्वार

BharatdastakNews Uttarakhand Haridwar Report News Desk 

हरिद्वार -कोरोना काल मे कोरोना के कारण जिन लाखों लोगों की असमय मृत्यु हो गई उनकी आत्मा की शांति के लिए कांग्रेसियों ने गंगा तट पर महाराजा अग्रसेन घाट पर शान्ति यज्ञ किया। शान्ति यज्ञ के साथ ही मां गंगा में पुष्प अर्पित कर की दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की गई, इस तरह के कार्यक्रम सनातन धर्म में मृत्यु के बाद आत्मा की शांति के लिए जरूरी है। ऐसी मान्यता है कि असमय जिन लोगों की मृत्यु हो जाती है और उनका संस्कार वैदिक तरीके से नहीं हो तो आत्मा को शांति नहीं मिलती है और इससे समाज और देश प्रभावित होता है इसलिए लिए लोगों की आत्मा की शांति के लिए गंगा तट शांति यज्ञ किया गया है ।

कांग्रेस नेता अनिल चौधरी का कहना है कि पिछले साल कोरोना के कारण लाखों लोगों की मौत हो गई थी। जिस प्रकार से उनका देहांत हुआ है सनातनी परंपरा के अनुसार बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिनकी तर्पण नहीं हुआ और विधि विधान से संस्कार भी नहीं हो पाया कर्मकांड भी नहीं हुआ और सनातन धर्म माना जाता है कि अगर किसी के विधिवत तरीके से संस्कार नहीं हो पाता है उसका दोष हमारे जीवन और समाज पर पड़ता है। इसलिए मां गंगा को साक्षी मानते हुए यह प्रयास किया है कि हम उनकी आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध पक्ष चल रहा है तो उनकी आत्मा की शांति की कामना के लिए हवन किया करें और प्रभु से प्रार्थना करें कि जो भी इस प्रकार से लोग मृत हुए हैं और उनका विधिवत संस्कार नहीं हो पाया और हम उससे मुक्ति पाएं और उनको मोक्ष की प्राप्ति हो और प्रेत योनि से मुक्ति मिले यही कामना प्रभु से की है।

सतपाल ब्रह्मचारी का कहना है कि पिछले दिनों कोरोना से लाखों की अकाल मृत्यु हुई उनकी मुक्ति के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने यह मुक्ति यज्ञ, जिन की अस्थियां भी न मिल पाई हो, उनको भगवान अपने चरणों में स्थान दें। इसके लिए कांग्रेस के लोगों ने आत्मा की शांति के लिए यह गंगा तट पर यज्ञ किया है। इसको हम अत्यंत जरूरी मानते हैं क्योंकि यह विश्व की महामारी थी इसमें नौजवान और अन्य लोगों को मृत्यु हुई और उनको शांति मिले इसके लिए यह गंगा तट पर यज्ञ किया गया ।

विभास मिश्रा का कहना है कि वैश्विक महामारी कोरोना के चलते लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाई। परिवार में भी बहुत सारे लोगों की मृत्यु हुई और इसी को लेकर हमने यह निर्णय लिया कि जिन लोगों को कोरोना के चलते खोया है उनकी आत्मा की शांति के लिए यज्ञ का आयोजन करें और यहां पर यह किया गया है।